शर्मसार हुई इंसानियत:जिस घर को जीवन भर महिला ने खून पसीने से सवारा, पति व पुत्र की मौत के बाद उसे बहु ने किया बेघर
महराजगंज टाइम्स ब्यूरो:- जिस घर को महिला ने जीवन भर अपने खून पसीने से इस उम्मीद से सवारा कि वृद्धावस्था में उसका जीवन सुकून से कटेगा और पुत्र व पौत्रो की किलकारी से घर आंगन गुलज़ार रहेगा उसी घर से उसे बेघर कर दिया गया।पति और पुत्र खोने के बाद घर से भी हाथ धोने का वाकया देख आमजन टूट रहे रिश्तो और मर रही इंसानियत को देख बहु को कोसते रहे। निचलौल तहसील सभागार में शनिवार को आयोजित जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस में सास और बहु के रिश्ते को शर्मसार करने वाली एक खबर सामने आई है। यहां पर कोठीभार थाना क्षेत्र के पटखौली गांव निवासी एक बुजुर्ग महिला लड़खड़ाती हुई सीढियां चढ़ समाधान दिवस में पहुंची।समाधान दिवस पर उच्चाधिकारियों से उसने न्याय मिलने की आस में अपने सीने में धधक रहे दर्द को बयां किया तो अधिकारी और मौजूद लोग टकटकी लगाकर पीड़िता को देखते हुए बहु को कोसने लगे। पीड़िता ने अपना दर्द की दास्तान सुनाते हुए कहा कि साहब, पति और बेटे की मौत का गम अभी ओझल भी नहीं हुआ था और इसी बीच बहु ने दूसरी शादी कर उसे उसके ही घर से बाहर का रास्ता दिखा दिया ।
कोठीभार थाना क्षेत्र के गांव पटखौली निवासनी इंद्रावती देवी ने बताया की पति और बेटे की बीते कुछ महीने पहले मौत हो गई। उम्मीद थी की बहु बुढ़ापे में उसकी लाठी बनेगी लेकिन बहु ने उम्मीदो को धता बताकर दूसरी शादी कर ली और तो और उसे घर से बेघर कर दिया।विरोध करने पर बहु ने उसे काफी प्रताड़ना दी। इतना ही नहीं बहु ने अपना नाम वरासत के जरिये चढ़वा कर संपति से भी बेदखल करने का प्रयास भी कर रही है। मेरा वरासत नहीं होने दे रही है। इसी बीच वृद्ध महिला को लोगो से जानकारी मिली कि शनिवार को निचलौल तहसील पर जिला स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन होगा। जिसमे जिले के बड़े अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। यही आस लेकर वह गांव के ही रहने वाले एक शख्स की मदद से तहसील पहुंची है। आगे उस पीड़ित वृद्धा ने कहा कि साहब, न्याय दिलाते हुए मेरा नाम भी खतौनी पर चढ़वाइए। इतना सुनने के बाद जिलाधिकारी ने महिला को भरोसा दिलाते हुए तहसीलदार को मामले की जांच कर आगे की कारवाई करने के लिए निर्देशित किया है।
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